संथाल जनजाति परिचय

संथाल जनजाति परिचय

संथाल जनजाति परिचय

संथाल जनजाति परिचय: राष्ट्रपति उम्मीदवार द्रौपदी मुरमू संथाल जनजाति से आने वाली पहली पहली राष्ट्रपति महिला उम्मीदवार है आइए जानते हैं संथाल जनजाति के बारे में

संथाल जनजाति

संथाल जनजाति झारखंड की प्रमुख अनुसूचित जनजातियों में से एक है संथाल जनजाति झारखंड में सबसे ज्यादा निवास करती है झारखंड में संथाल जनजाति धनबाद पूर्वी सिंहभूम में निवास करती है यह बिहार पश्चिम बंगाल उड़ीसा असम बांग्लादेश मे भी संथाल जनजाति निवास करती है

संख्या संथाल जनजाति की जनसंख्या

संथाल जनजाति झारखंड में से अधिक निवास करने वाली जनजाति है संथाल जनजाति संताली बोली बोलती है iski lipi ओलचिकी है और यह बोली एस्ट्रो एशियाई भाषा के अंतर्गत आती है

संथाल जनजाति की शारीरिक संरचना

संथाल जनजाति की पुरुषों का कद मध्यम होता है rang Kala या भूरा होता है सिर के बालों का रंग काला कुछ घुंघराले बाल भी होते हैं इनकी नाक मध्यम आकार की होती है वह कुछ दबी सी होती है मुंह बड़ा होता है और hot लटके हुए होते हैं शरीर पर बालो की संख्या कम होती है

द्रौपदी मुर्मू की biography

संथाल जनजाति का निवास स्थान

संथाल जनजाति मुख्यत गांव में निवास करती है इनके गांव का आकार छोटा होता है जिसे 50 से अधिक संथाल गोत्र परिवार निवास करते हैं

इनके घर सिद्धि लाइन में होते हैं वह कच्ची मिट्टी के बने होते हैं छत पर घास फूस डाला जाता है यह घर के चारों ओर बड़ा चबूतरा का निर्माण करते हैं उनके घर की दीवारों पर चारकोल का काला रंग होने से दीवार आकर्षक होती है संथाल महिला साफ सफाई में विशेष रुचि लेती है घर को साफ सुथरा रखती है

संथाल जनजाति की वेशभूषा

संथाल जनजाति के लोग पारंपरिक वेशभूषा धारण करते हैं जिनमें से प्रमुख है कुपनी कांचा परहंडी दह्ड़ी, पाटका पहनते हैं वर्तमान में संथाल जनजाति के पुरुष धोती और पैंट शर्ट भी पहनते हैं

संथाल महिला साड़ी ब्लाउज पेटीकोट pahnane lagi hai

संथाल महिला सिर के पीछे जुड़े को गोलाकार रूप में बांधती है संथाल महिलाओं शरीर पर गोदना खुदवाती है

संथाल  जनजाति महिलाओं के आभूषण

संथाल महिला अपने शरीर पर शंख से निर्मित आभूषण चांदी से निर्मित आभूषण व पीतल तांबे से बने आभूषण पहनती है अपने हाथ में शंख से निर्मित संखा तांबा पीतल चांदी से बने सकोम pahnati hai बाहों में खागा गले में हसली पहनीति है कानों में पानरा pahnati hai । नाक में मकड़ी, पांवों में कांसे की बांक – बंकी तथा पांव की अंगुलियों में बटरिया इनके पहनती हैं ।

संथाल युवकों के शरीर के आभूषण

– संथाल युवक हाथों में चांदी के टोडोर, बांहों में खांगा तथा कानों में कूंडल पहनते हैं। इनके अलावे संथाल युवक फूल तथा पत्तियों से भी वे अपने शरीर को सजाया करते हैं।

संथाल जनजाति के वाद यंत्र

संथाल जनजाति संगीत में विशेष रुचि लेती है संथाल जनजाति के लोग नृत्य संगीत प्रेमी होते हैं इनके प्रमुख वाद्य यंत्र है बंसी ढोल नगाड़े kendra (वायलिन) है

संथाल जनजाति का सामाजिक जीवन

संथाल जनजाति पिता द्वारा नियंत्रित समाज होता है

ताकि संपत्ति पर पुत्रों का अधिकार होता है महिला घर का कार्य करती है पुरुष खेती व शिकार करते हैं

कन्या अपने पिता की संपत्ति मानी जाती है वाह के समय विवाह किस मैंने प्राप्त करने के लिए वधू मूल्य चुकाना पड़ता है

संथाल जनजाति में विवाह

संथाल जनजाति में सम गोत्र विवाह वर्जित है इसमें लड़की का वर वधु मूल्य दे कर विवाह किया जाता है

संथाल जनजाति में बाल विवाह नहीं होते हैं संथाल जनजाति में साली व देवर विवाह प्रचलित है

बांझपन चरित्र हीनता डायन की आशंका पर तलाक भी लिया जाता है तलाक लेने पर वधू मूल्य चुकाना होता है

जनजाति में विवाह के प्रमुख प्रकार

सदाई बापला

गोलाईटी बापला

टुनकी दिपिल बापला

घरदी जवाई बापला

अपगिर बापला

इतुत बापला

निर्बोलक बापला

बहादुर बापला

राजा राजी बापला

सागा बापला

कीरिंग जावायं बापला

संथाल जनजाति के बारे अधिक जानकारी हेतु पढ़िए

Leave a Comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *